Monday, January 22, 2018

O MOTHER EARTH!

धरती माँ (भूमि) की स्तुति -
यत् ते भूमे बिखनामि क्षिप्रं तदपि रोहतु। 
मा ते मर्म विमृग्वरि मा ते हृदयमर्पिपम्।
हे धरती माँ ! जब हम (औषधियां, कंद आदि निकालने अथवा बीज बोन के लिए) आपको खोदें, तब वे शीघ्र उगें। हमारे द्वारा आपके मर्म स्थलों को अथवा आपके ह्रदय को हानि न पहँचे।
Whatever I dig from thee, Earth, may that have quick growth again;
O purifier ! may we not injure thy vitals or thy heart. (Atharva Veda 12.1.36).


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