Thursday, March 31, 2016

राजा वही जो दिलों पर राज करे : A True King Rules Over Hearts

मित्रो !
     किसी व्यक्ति का दिल जीते बिना उसके दिल पर राज नहीं किया जा सकता। तीर और तलवार से युद्ध जीते जा सकते हैं, विद्रोहियों को दबाया जा सकता है किन्तु दिल नहीं जीते जा सकते। दिल तो सत्कर्म और सदाचार से ही जीते जा सकते हैं।


Without winning the heart of a person you can not rule his/her heart. Battles can be fought, opponents can be suppressed but hearts cannot be won with arrows and swords. Hearts can be won only by noble deeds and virtues.



Wednesday, March 30, 2016

मानवता सर्वोपरि : Humanity Paramount

मित्रो !
     मेरे विचार से इंसानियत एक ऐसी चीज है जिससे किसी भी धर्म के अनुयायी को परहेज नहीं है। अनेक धर्मों को मानने वाले लोगों के देश में मेरा मानना है कि इंसानियत के दायरे में जो कुछ आता है उसे राष्ट्रीय संस्कृति का हिस्सा मानकर राष्ट्रीय चरित्र घोषित किया जाना चाहिए और इसके सिद्धांतों का उल्लंघन दंडनीय बनाया जाना चाहिए।


Sunday, March 27, 2016

नास्तिक को ईश्वर दर्शन संभव नहीं

मित्रो !
     कोई व्यक्ति उसी वस्तु को पहचान सकता है जिसका चित्र मूर्त रूप में या विचारों में उसके मस्तिष्क में पहले से हो। ईश्वर के अस्तित्व में विश्वास रखने वाले व्यक्ति के मस्तिष्क में ईश्वर किसी रूप में भी नहीं होता अतः उसे ईश्वर मिल जाने पर भी वह उसे पहचान नहीं सकता।

     आस्तिक के लिए ईश्वर सर्वत्र विद्यमान होता है, नास्तिक का मानना होता है कि ईश्वर है ही नहीं। जो वस्तु है ही नहीं उसका देखना और ढूंढना कैसा। 



      यह भी कि किसी वस्तु की तलाश तभी की जा सकती है जब दो जानकारियां उपलब्ध हों, पहली यह कि खोज करने वाला उस वस्तु के स्वरुप को जानता हो, दूसरी यह कि तलाश करने वाले को यह ज्ञात हो कि वह वस्तु कहाँ मिलेगी। यह बात ईश्वर दर्शन के मामले में भी लागू होती है।